अल्लाह मियां ने इस दुनिया में कोई चीज़ ऐसी नहीं पैदा की जो बेकार हो या हक़ीर ओ ज़िलील समझी जा सके। चार उंसुर आग, हवा, पानी, खाक में सबसे ज़्यादा बेहक़ीक़त खाक है जो तमाम मख़लूक़ात के पानू में रोंदी जाती है। पानी के ज़ोर के साथ बह जाती है। हवा के झोंके से उड़ जाती है और आग की तमाज़त से जला करती है मगर उफ़ नहीं करती। देखने में इसकी बेचारगी और ज़िल्लत पर तरस आता है लेकिन ख़ुद इस से सवाल किया जाए तो ख़ुदा का लाख लाख शुक्र करे गी कि मेरी शान सब से बड़ी और निराली बनाई। हर चीज़ का ख़मीर मेरे वजूद से तैयार किया। ख़ास कर इंसान, जो अशरफ़ अलमख़लूक़ात है, मुझ से पैदा होता है और मुझ ही में फ़ना हो जाता है।
اللہ میاں نے اس دنیا میں کوئی چیز ایسی نہیں پیدا کی جو بے کار ہو یا حقیر و ذلیل کبھی جاسکے۔ چار عنصر آگ، ہوا، پانی، خاک میں سب سے زیادہ بے حقیقت خاک ہے جو تمام مخلوقات کے پانو میں روندی جاتی ہے۔ پانی کے زور کے ساتھ بہہ جاتی ہے۔ ہوا کے جھونکے سے اڑ جاتی ہے اور آگ کی تمازت سے جلا کرتی ہے مگر اُف نہیں کرتی ۔ دیکھنے میں اس کی بے چارگی اور ذلت پر ترس آتا ہے لیکن خود اس سے سوال کیا جائے تو خدا کا لاکھ لاکھ شکر کرے گی کہ میری شان سب سے بڑی اور نرالی بنائی ۔ ہر چیز کا خمیر میرے وجود سے تیار کیا۔ خاص کر انسان، جو اشرف المخلوقات ہے، مجھ سے پیدا ہوتا ہے اور مجھ ہی میں فنا ہو جاتا ہے۔
इस नाचीज़ खाक की तह में वो नायाब ख़ज़ाने क़ुदरत के दबे हुए हैं जिन को काम में ला कर इंसान आदमी कहलाता है, वरना जानवरों की तरह ज़िंदगी बसर करता। ख़ैर और चीज़ें तो अपनी जगह हैं मिट्टी के बाज़ टुकड़ों की तह में एक क़िस्म का चिकना बदबूदार पानी होता है जिसको लोग मिट्टी का तेल कहते हैं। मुक़ाबला कर के देखो तो चम्बेली का तेल, मोतिया का तेल अपनी ख़ुशबू के सबब इस बदबूदार तेल से लाख दर्जे बेहतर है। बड़े बड़े ख़ूबसूरत और नाज़ुक दिमाग़ लोग चनबीली वगैरह के तेल को सर चढ़ाए रखते हैं और जहां मिट्टी का तेल आया और नाक ढ़की। मगर ज़रूरत के लहज़े से यह गंदा सरा पानी तमाम तेलों से बढ़ चढ़ कर है। आज कल तमाम दुनिया में इसके दम से उजाला है। अगर गैस और बिजली की रोशनी ने अब मिट्टी के तेल को भी मात करना शुरू कर दिया है ताहम इस का आलमगीर असर अभी तक बाक़ी है। मुतवस्सित दरजे और अद्ना दरजे के आदमी, जो दुनिया में ज़्यादा तादाद रखते हैं मिट्टी के तेल के सिवा और कुछ नहीं जला सकते। यही तेल रोशनी में लड़कों को सबक याद कराता है, जवानों को हुस्न अफ़्रोज़ी के जल्वे दिखाता है और बुढ़ों को ठोकरों से बचाता है। इस की रोशनी में नमाज़ी नमाजें पढ़ते, पूजारी पूजा करते, वाज़ और कथा के जलसे होते हैं। यही वह तेल है कि चोर को चोरी में मदद देता है और पुलिस को चोर पकड़ने में लालटेन दिखाता है ग़म की रात में, जुदाई की रात में जब मौनस ओ ग़म गुसार पास नहीं हो तो मिट्टी का तेल जल जल कर अपना वजू दफ़्ना कर देता है और इंसान का शरीक ग़म बन कर बाइथ तस्ली होता है।
امریکہ کا راک فیلر اس خاک کے نیچے رہنے والے تیل کی بہ دولت لا تعداد دولت کا مالک ہے۔ یہی تیل دوسرے ملک کے ہاتھ میں رہنے کے باعث ہندستان کی دولت غیروں کو بانٹ رہا ہے۔ یہی تیل دنیا کی تمام گلوں میں کام آتا ہے۔ یہی وہ چیز ہے جس کے بل پر دنیا کی مشہور سواری موٹر کار زمین پر دوڑتی پھرتی ہے۔
ऐ ख़ाक नशीं तेल! हम को
तेरी ये अदा भाती है कि जहां आग क़रीब आई और तू मुश्त'इल हुआ। ख़ुदा की कुदरत है कि तुझ में सलाहियत है कि तू आन
की आन में शोलाज़ार बन कर मक़बूल हो जाता है और इंसान की ये क़िस्मत कि बरसों टक्करें
मारता है। पहाड़ों, ये दरियाओं में सरगुर्दाँ फिरता है मगर वो तजल्ली नसीब नहीं
होती जो वजूद ख़ा की को जला कर फ़ना कर दे।
तू इतना बे ग़र्ज़ और बे ता'ल्लुक़ क्यूं है? तेरी रोशनी में शराब ख़ुवारी हो या इबादत इलाही, तुझे रोशनी देने से काम । क्या तू मोहतसिब नहीं कर सकता जो लोगों को गुनाह से बचाए या कम से कम उन को गुनाह करने में मदद न दे। क्या तुझ में इतनी ताक़त नहीं कि ख़ुदा के नाफ़रमान इंसान को अपने आतशी तमांचे से ख़बरदार कर दे। बे शक़ तुझ में सब ताक़तें ख़ुदा ने रखी हैं। मगर तू अच्छी ताक़तों को काम में लाता है जिस से किसी को तकलीफ़ या किसी की दिल आज़ारी न हो। अल्बत्ता इंसान अपनी नेक़ ताक़तों को भूल जाता है और बुरी ताक़तों को काम में लाकर ख़ुद तकलीफ़ उठाता और दूसरों को तकलीफ़ देता है। अगर वो तेरी सुलहकल पालीसी पर अमल करे तो दुनिया में ऐसा ही अमन कायम हो जाए जिस तरह लैम्प की रोशनी में सब लोग ख़ुशी व ख़ुर्रमी से ज़िंदगी बसर करते हैं|
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